जीवन/युद्ध में जाने के लिए तैयार होते सैनिक। ऐसा लगता है इन बच्चों को स्केटिंग करने की तैयारी करते देख कर। महाराणा प्रताप का युद्ध का पहनावा,(धातु का बना,) याद आ गया जो मैंने उदयपुर महल में देखा था। इन बच्चों की जिज्ञासा, हिम्मत, खुशी देख कर खुशी होती है। सिर्फ 4 साल के बच्चे भी स्केटिंग सीख लेते हैं। और हमने कंचे खेल कर समय गुजारा था बचपन में।
“झिझक के पल” के बारे में मुझे अगस्त 1979 में ठीक से पता चला।मैं उस समय भचाऊ ,कच्छ, गुजरात में नौकरी पर था। जुनियर ईन्जीनियर ट्रेक। 11-8-1979 को भचाऊ से करीबन 70 कि.मी.दूर मोरबी में मच्छू बा...
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